जय हिन्द न्यूज/जालंधर-फगवाड़ा> इंडियन स्विजरलैंड यानि कश्मीर के नजारे जितने हसीन हैं, कुदरत ने वहां के बाशिंदों को लजीज खाना बनाने की खास बख्श भी दी है। स्वाद के शौकीनों की सूची में अव्वल रहने वाले पंजाबी भी कश्मीरी फूड के खासे दीवाने है और जब भी मौका मिले तो कश्मीर विजिट करके कश्मीरी फूड का लुत्फ उठाना नहीं चूकते। पंजाबियों की इसी नब्ज को पहचानते हुए जालंधर-फगवाड़ा रोड स्थित क्लब कबाना ने वहां 1० दिवसीय फूड फैस्टीवल का आयोजन कर रखा है जहां कश्मीर के नामी वजा यानि चीफ कुक इन दिनों पंजाबियों की मेहमानबाजी कर रहे हैं। फेस्टीवल 4 नवंबर तक है जहां कश्मीरी फूड वाजवान उपलब्ध है। वैज के दम आलू जिसमें वाकई दम दिख रहा है, चमन, कोरमा, शाही साग के अलावा नॉनवैज में पसंदीदा डिश गुश्ताबा, रोगनजोश, रिस्ता, कोरमा, लाहाबी कबाब, चमन, यखमी इत्यादि का नाम सुनकर स्वाद के शौकीन दौड़े चले आ रहे हैं। सभी डिशेज वहां के नामी कुक दिग्विजय सिंह की निगरानी में पेश की जा रही है जिनका मानना है कि दुनिया में अगर कोई खाना सेहत को ध्यान में रखकर बनाया जाता है, तो वो कश्मीरी फूड ही है जो सिर्फ मस्टड ऑयल में ही पकाया जाता है। इवेंट से उत्साहित होटल के वाइस प्रैजीडैंट राहुल रोहित ने कहा कि उन्होंने इस बारे में अपने साथ जुड़े सदस्यों से बात की तो यह पाया कि कश्मीरी फूड भी उनकी पसंद है। इस बारे प्लान करके पूरी सिलेक्शन के बाद वजा टीम को आमंत्रित किया गया। डायरेक्टर (आपरेशन) हेमंत सूरी जोकि होटल इंडस्ट्री का एक जाना-माना नाम है, मानते है कि लोगों के पंजाब के दिलों में भी कश्मीर बसता है। यहां के लोग वहां की न केवल वादियों बल्कि वहां के फूड के भी दीवाने हैं लेकिन हालात विपरीत होने के कारण वहां रैगुलर नहीं जा पाते। यही कारण है कि हमारी मैनजमैंट ने वजा टीम यानि वहां के कुकिंग टीम को ही यहां आमंत्रित किया। मैनेजर (आपरेशन) महापात्रा व कमल किशोर ने कहा कि उनके यहां पधारने वाले सभी लोगों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं ताकि बेहतरीन माहौल में खाने का मजा दोगुणा हो जाए। होटल स्टाफ को कश्मीरी भाषा का प्रशिक्षण दिया गया है, उनको वहां की ड्रेस पहनाई गई है। उम्मीद है कि कश्मीरी फूड फेस्टीवल में एक बार आने वाले दोबारा इसकी मांग करेंगे।